You write for me?
You're right for me.
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11 JUL 2020 AT 17:28
तुम्हें क्या पता कैसा हैं हाल हमारा,
एक तो शहर बंद,उपर से ख्याल तुम्हारा।-
3 JUN 2020 AT 9:13
विवाहित स्त्रियॉं
बढ़ते बच्चे की भॉंति है
जो ज़िम्मेदारियों के बीच
भूल जाती है
अपनी पुरानी दुनिया
इतना सहल नहीं
वजूद खोना
[ पूरी रचना अनुशीर्षक में ]
~ रुचि-
26 JUN 2020 AT 7:46
मुझको अब ख़्वाब भी नहीं आते
किस क़दर मीठी नींद सोता हूॅं
~ लियाक़त जाफ़री-
26 MAY 2020 AT 8:47
तुम्हारे हुनर का मैं कायल हुआ हूँ
तेरे तीर सारे निशाने लगे हैं
~ तरब मुजफ्फरपुरी
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