नारी का जीवन
जैसे विचित्र एक कहानी
बंदिशें है समुन्द्र जितनी
त्याग जितना कि समुन्द्र में पानी ।।
नारी का जीवन
जैसे विचित्र एक कहानी
संघर्ष है आकाश जितना
पर है उड़ते चील,कौवों से अनजानी।।-
एक ने देखे
फूल, कलियां
उन्हें हाथों पर सजा दिया।
और एक ने
हाथ देख कर
एक बगीचा लगा दिया।
- सुप्रिया मिश्रा-
so Are you ready to play
with a fiery girl
or keep me saved
for your next trial..
either stay forever to have WOW
or leave me right now..
either fall for my imperfections
or get another one of your expectations...
just love me
the way I am
or stay away
as much you can...-
कहते हैं
नाजुक सी चीज होती है औरत
मर्दों का सहारा लेना ही पड़ता है।
पर मां तो ...
पापा के जाने के बाद भी
बहुत मजबूती से खड़ी है...?-
तहजिब की बात यु न सरेआम कर
तमिज तूने भी छोडी थी
जरुरत थी जब तुझे क्रोध को दबाने की
जुबां की तलवार तुने तब चलाई थी
आज बारी किसी और की है
तो तुझे लहजा याद आ गया
कल जब बारी तेरी थी
लफ्जों के तीर से जान तुने ली थी
जश्न मनाया था तुने अपनी खुदगर्ज जित का
कायर कहा था किसीको तुने
किसीकी मजबुरी नजरअंदाज की थी
आज वक्त उसका आया
कल जो झुक कर गिडगिडां रही थी
सिर्फ आर्या नही थी वो थी पार्वती और दुर्गा भी
तब भी भागी नही थी और ललकार रही आज भी
@ownwords_by_pragati✍️
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Kuch krne ki chah main bhi rakhti hu....
........Read in caption......-
उन गुमनाम गलियों की आज़ाद पंछी हूं मैं जनाब,
जहां लड़कियों को औकात में रेहने को बोला जाता है ।-