तुझे बेनाम अपनी कलम में छुपा रखा हैं,
कुछ रिश्तों के नाम सबके सामने नहीं पढ़े जाते।।-
27 AUG 2022 AT 10:10
20 APR 2022 AT 12:53
तेरे मेरे इश्क़ की दास्ताँ कुछ यु लिख जाऊँगी,
तेरा आखरी नाम अपने नाम से जोड़ लाऊँगी।।-
9 JAN 2022 AT 0:43
जैसे फूलों पर कभी इत्र नहीं लगाया जाता,
वैसे ही मुझ बदनसीब से प्यार नहीं फर्माया जाता।।-
17 DEC 2021 AT 23:15
अब तुम मुझे भूल जाना बेहतर होगा,
क्युकि याद करने जैसा अब कुछ बचा नहीं मुझ में।।
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26 FEB 2022 AT 14:01
आँखो में तूफ़ान ज़ुबा पर ख़ामोशी लिए फ़िरते हैं,
दुनियाँ को दिखे तो दर्द और जो तुझको दिखे तो मोहब्बत का पैग़ाम लिए चलते हैं।।-
14 FEB 2022 AT 1:11
लोगों को प्रेम दिवस मनाके भी अलग अलग होते देखा हैं,
सच्ची मोहब्बत करने वालों को तिरंगे में लिपटे देखा हैं।। — % &-
16 DEC 2021 AT 11:41
मेहसूस आप हर पल मुझे होते हो मेरे करीब,
शायद आप भी खुश नहीं हो हमसे दूर जाके।।-