दो ही अनमोल रत्न है मेरे देश के!!
एक वो जिसने भारत माता की मिट्टी को अपने
खून पसीनें से सींच कर खेतों पर अनाज पैदा
कर बेमोल अपनों के जीवन को चला रहा है,
ओर दूजा वो जिसने भारत माता की मिट्टी की
रक्षा के लिए सरहद पर अपने खून का कतरा-कतरा
कुर्वान कर बेख़ौफ़ अपनों के जीवन को बचा रहा है।
पहला किसान है वो मेरे देश का जो अपना कर्म किये जा रहा है,
दूसरा जवान है वो मेरे देश का जो अपना फर्ज निभाये जा रहा है।
जय जवान जय किसान-
21 SEP 2020 AT 17:26
22 SEP 2020 AT 16:20
सच कहता हूं।
न अच्छे दिनों की आश रखो
न बुरे दिनों को याद रखो
बस आज में जियो ओर
आज का ख्याल रखो।-
22 SEP 2020 AT 20:22
अफ़सोस होता है जनाब तब
जब अपने पराये हो जाते है।
ओर एहसास होता है साहब तब
जब अपने बुरे वक़्त को देख बदल जाते है।-
24 SEP 2020 AT 13:15
जिस तरह बुझते चिराग को हवा की जरूरत नही होती,
उसी तरह ख़िलते गुलाब को टूटने की फ़िक्र नही होती।-
28 SEP 2020 AT 10:21
कितना अच्छा लगता है ना जब पराये
अपनो सा एहसास दिला जाते है।
उम्मीद कुछ अपनो से होती है
मगर जब उसे पराये निभा जाते है।-
25 SEP 2020 AT 10:22
मेरे अल्फ़ाज़ मुझे मुबारक
तुम्हें क्या तुम्हें तो मेरी जुब्बा
से भी फर्क नही पड़ता-
22 SEP 2020 AT 9:22
महँगी जिंदगी हैं हमारी ओर सस्ते शौक है हमारे
अगर हैसियत है तुम्हारी तो साथ निभा लो हमारे-
22 JUN 2020 AT 13:03
अब गुजरी बातों का मलाल क्या रखना
बिखरी जिंदगी पर सवाल क्या करना
संभाल ले ख़ुद को यही काफी है
अब किसी ओर पर एतबार क्या करना-