बहुत वर्ष बीत गए देखे तुम्हे
आज भी मैले में ये आंखे बस
तुम्हे ही ढूंढती है
क्या बताऊं में तुम्हे
अगर साथ होते तुम मेरे
तो सारी दुनियां तुम में
ही होती मेरी।।।-
हमने सुना है की वो रातों को भी जागती रहती है।
एक कमबख्त हम है की दिन में भी उसी के ख्यालों में खोए रहते है।।-
तेरी लिए किसी ने नींद गवाई, किसी ने चैन, तो किसी ने अपनी जान
अब तू ही बता में तेरी लिए क्या गवाऊं जो तू हो जाए मेरी जान
देख ये चांद, तारे, सूरज बहुत दूर है मेरी पहुंच से यारा
औकात से बाहर तुझे में कुछ दे पाऊं मेरी औकात नहीं है जाना-
उसे में जितना भी पढ़ू उतना ही कम है
उसे में जितना भी चाहूं उतना ही कम है
वो एक ट्रेन की तरह लगती है मुझे उसके साथ
जितना भी सफर करता हूं में लगता कम है
सफर को भी हम सफर की जरूरत होती है
तुम्हे क्या पता हमारी जरूरत बहुत कम है
ये कोई हादसा है या कोई इत्तिफ़ाक़ यारा
तू मिले तो ठीक न मिले तो कोई गम ए कम है
ये चांदनी रात भी बड़ी बेरहम होती है "सोनू "
न जाने कितनों की निंदे छीनी क्या ये भी कम है-
दिल तो बहुत दूर की बात है सोनू
काश तूने मेरी आंखे ही पढ़ी होती
तो हम दोनो आज एक-दूसरे से बिछड़े न होते-
जिस पल तू मुझसे जुदा हो जाएगा
तू समझ लेना तू मेरे लिए खुदा हो जाएगा
इक पल के लिए अगर अश्रु निकल जाए
मेरे नैन से तू समझ लेना वो मोती हो जाएगा
खुदा जब पूछेगा मुझसे बता तेरी रजा क्या है
में बस इतना कहूंगा तू मुझ में हो जाएगा
तेरी तस्वीर बना रखी है मैने इन आंखों में
इक इबादत की तरह क्या पता ये हकीकत हो जाएगा
ये आरजू दिल-ए-तमन्ना न रह जाए "सोनू "
जिस दिन में खाक हो जाऊ, ये खाक उसका हो जाएगा-
उसने मुझे बहुत तंग किया है
में भी कहा उसे ऐसे छोड़ने वाला हूं
वो भी तड़पेगा गा मेरी ही तरह
वो भी किसी के कंधे पर सिर रख कर रोया करेगा-
उनसे मिलने के लिए न जाने कितने बहाने बनाते है हम
मेरे सब बहाने असरदार हो जाते है एक ही पल में उसे देखते ही-
अब मेरा इलाज तुmसे न हो पाएगा ए चारा गर
ये कोई रूहानी मर्ज नई इसे इश्क़-ए-आजम कहते है-
जब तक मेरी दिल की आवाज
उसके दिल तक पहुंची
तब तक बहुत देर हो चुकी थी सोनू
आज वो भी बहुत खुश होगी आशा करता हूं
जब मिलती है तो नजरों को
भी झुका कर चलती है वो सोनू-