Nowadays Yq becomes my life which help me to reduce my pain and also it's give me many people who loves me
-
आदतन ही बशर, शजर में ढूंढता है बसर अपना
काश कभी उसके ज़रूरतों से भी राब्ता रखता।-
का घनघोर साया है
किसे कहें अपना, यहां हर अपना वास्तविकता में पराया है।
जिसे भी अपनाया तहे दिल से, उसने ही भावनाओं का जनाजा सजाया है।
सबने केवल अपने मतलब का जहां बसाया है।
जो स्वार्थ पूरा करे उसे सबने अपना बनाया है।-
जिस तरह इस दुनिया में सबके Fingerprint अलग - अलग होतें हैं...
वैसे ही Talent भी अलग - अलग होतें हैं...-
उसने कहा, तुम जो लिखती हो,
वो अहम किरदार है मेरे पास
हमने भी दबे अल्फाजों में कहा,
उस अहम का अहं गिरवी है मेरे पास-
चलो छोड़ो,जाने भी दो इश्क़-मोहब्बत महज़ एक फ़ितूर है,
आओ साथ तोड़ें,सुना है,इश्क़ को ख़ुद पर बहुत ग़ुरूर है।-
रंगमंच सी दुनिया में औरत का किरदार कौन निभाता है
पर फिर भी इस निर्णय पर मानव
औरत का शोषण कर जाता है
सर्व गुण संपन्न को केवल
प्रर्दशन मात्र समझा जाता है
हर मुमकिन करने पर भी
उसे हेय दृष्टि से देखा जाता है
उस बिन सृष्टि होगी कैसी-क्या
इस अहम मुद्दे पर निगाह कौन बनाता है
मैं भी तो देखूं उस बिन संसार में
जननी कौन कहाता है-