मां तुम्हारे यहां खाना नहीं भाता...
(मेरे भाव अनुक्रमणिका में पढ़ें...)-
Never been
To Disneyland,
Nor Alice's Wonderland,
Always my Dreamland!-
ना जाने हमपर उनकी
इनायत कब होगी
डर है हमें कि जब भी हो,
क़यामत होगी!
अब और कुछ नहीं
बाकी हसरत है मेरी
बस उनकी बाहों में
रूह मेरी रुखसत होगी!-
जाने दो हर बात, ये रात भी जाने दो
मोहलत मिलेगी, सदियों को जाने दो।-
दिल छोटे, मकान बड़े,
बैठे नहीं, कान समेत सभी खड़े
दीवारों पर नगीने जड़े
मेज़ पर पकवान सड़े
दिल छोटे, मकान बड़े।
मुंह में गाली,
ज्यों गंदी नाली
व्यवहार में कटुता
नीम से भी खारी,
पढ़े लिखे, बी ए बी कोम
मृदुता किसी ने न डारी।
देख देख अवाक् है शीतल
कैसे तूने जिन्दगी गुज़ारी?-
Death of a writer...
I have never used backspace,
Other than its general use,
I mean, I have never used it to hide
Or to stop my emotions
from flowing out,
I cut and paste elsewhere,
that which I cannot post,
A writer cannot stay alive
Carrying the burden of their
unexpressed emotions,
The day a writer gives up on writing,
Marks the death of a writer.-
ये पन्ने खाक में मिल जाएंगे,
ये स्याही भी अपना रंग गंवा देगी,
जो तुम्हारी रूह पर छप जाएगी,
वही शायरी मेरी याद दिलाएगी।
-
Don't be Ruff
Coz I'm not your 'Stuff',
Learn to behave
Or you'll be paved-
सफर पे जो निकल पड़े, रुकने की अब चाह नहीं,
पिछे मुडकर देखना पड़े, ऐसी तो ये राह नहीं!
जानते हैं कि हर मोड़ पर मिल जाओगे तुम्हीं,
मगर हमें खींच लाए तुम तक, ऐसी कोई आह नहीं!
बिछड़ते वक्त का वादा तुम्हारा, कड़ी थी हमारी,
जो टूट गया वो वादा, तो ऐसा कोई गुनाह नहीं!
हमसे आस लगाए बैठे हो आज किसलिए तुम,
इसकी कोई वजह या कोई बिनाह तो नहीं!
क्यूं बेचैन हो दूर होकर भी हमसे, तुम्हें सुनाई दे,
इतनी काबिल हमारे दिल की कराह तो नहीं!-