ये लम्बी झुल्फ़े, उलझती बहुत है, सुनो सवारियां, आ कर इन्हें, सुलझा दो न, देखो बिन तुम्हारे, ये घाट भी, वीरान पड़ा है, जरा आ कर इसे, तुम बनारस, बना दो न!!
दरअसल जिन्हे वास्तव में कभी देखा और मिला ना गया हो .. उन्हें हर इंसान (दर) में खोजा जाता है । यही वजह है ईश्वर हर जगह तलाशा जा रहा है और जाता रहेगा।। #हमेशा 🌿🦋
एक तेरे ख़्याल मे हमने ना जाने कितने ख़्याल छोड़े है सांवरिया...... तेरे सिवा कौन समा सकता हैं मेरे दिल में ओ सावरिया, रूह भी गिरवी रख दी है मैंने तेरी चाहत में तु भी मुझसे बेपनाह प्रेम कर ले ना मेरे सांवरिया।।