It's easy to write
It's harder to experience.-
11 NOV 2017 AT 19:01
आपने खुद हमें पहली ही नज़र में जो बेचैनी दी थी,
ये उसी बोए हुए बीज से निकले हुए कुछ फूल हैं।
अभी थोड़ा सब्र कीजिए, पंखुड़ियाँ खुलनी शुरू ही तो हुई हैं,
आपके ज़हन में इनकी महक छा जाना तो अभी बाकी है।-
24 NOV 2017 AT 18:19
Life is like a battlefield
Between you and your responsibilities..-