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14 JUL 2020 AT 14:07
हमसे मत पूछो कैसे! मंदिर टूटा सपनों का,
लोगों की बात नहीं है यह किस्सा है अपनों का।-
13 OCT 2017 AT 2:37
मुझ से मत पुछो, हो कैसे?
नहीं होता एेसा हाल किसी का
किसी और का दोष नही हैं,
ये दोष हैं अपने ही किसी का ||-
27 SEP 2021 AT 23:01
सीधे होने की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू
दुनिया वालों की कितनी चालाकियां झेलनी पड़ती हैं।-
13 AUG 2020 AT 5:34
Once Kaka Said,
"Babumoshay Zindagi Badi Honi Chahiye Lambi Nahi.."-
29 DEC 2019 AT 10:10
कई से रूप था धरता मनोरंजन की दुनिया में।
कभी मंगल कभी आनंद बनता था सिनेमा में।
नहीं मरते कभी आनंद ऐसा लोग कहते है।
खयालों में कभी आता कभी आता है सपना में।-