Fav Qawwali..❤️
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Fav Singer..❤️-
आंखे क्यों यूं भीगी हैं तुम्हारी,
चोट तो हम ही खाए हुए हैं।
उफ्फ ये गहरी जवानी तुम्हारी,
कितनो को ही डुबाए हुए है।
है लवों पर जो मुस्कान तुम्हारे,
राज गहरे छुपाए हुए है।
आंखे क्यों यूं भीगी हैं तुम्हारी,
चोट तो हम ही खाए हुए हैं।
क्या बेजुबान है ज़ुबान ये तुम्हारी,
इसके तो लफ्ज़ भी चुराए हुए हैं।-
" कव्वाली "
' हुआ यार का दीदार '
खुदा ढूँढता ढूँढता🤲मैं , तुझको पा बैठा...🎶🎶!२!
चला था, मैं उसकी ओर ! पर ,तेरी ओर ! आ बैठा..🎤
हो हुआ यार का दीदार ! चढ़ी ! इश्क़ खुमार...🎶!२!
इश्क़ वाले...मुझे कहते..! ना ! कर इश्क़...🎶🎤!२!
इस इश्क़, तू रूल जाना...🎶!!!!
ओ दिल आंखे.. भोल्यो..🎶🎤
सानू ते....यार च ! रब्ब मिल जाना....🎶🎤🎶
हो हुआ यार का दीदार ! चढ़ी ! इश्क़ खुमार...🎶!२!
यार मेरा ना...भुल्ले मैनू.....🎶🎶🎶!२!
होर भुल्ल जान्न...ना कोई परवाह वे ....🎶🎤
करा इबादत.....🤲ओह्दे नाल....👩❤️👨....🎶🎶!२!
इश्क़ बन्या....साड़ी दरगाह वे.....🎶🎶🤲
हो हुआ यार का दीदार ! चढ़ी ! इश्क़ खुमार...🎶!२!
रब्ब☝️बैठा...आन्न ! साड्डे कोलः, ख्लो है,🎶
समा ⌚ वी है... लगता ! हूण ! हो गया स्लो है....
होई मेहर 😇रब्ब दी...🎶🎶🎶🎶🎶🎶🎤!२!
इश्क़ लगता ! दोनों में ! हो रहा, इक्को ही फ्लो है !२!
हो हुआ यार का दीदार ! चढ़ी ! इश्क़ खुमार...🎶!२!
सुखविंदर 🙏🤔🙂😇-
यूं तो मेहबूब रब के हैं सारे
एक है पर जो सबसे हसीं है
वो हैं तेरा नबी.. मेरा नबी.. हमारे.. नबी.. हैं..×2
जिसके सदक़े बनी हैं ये दुनिया
उसपे क़ुर्बां मिरी जिंदगी है
वो हैं तेरा नबी.. मेरा नबी.. हमारे.. नबी.. हैं..×2
चाँद के भी किए जिसने टुकड़े
सारे आलम के वो रौशनी हैं
वो हैं तेरा नबी.. मेरा नबी.. हमारे.. नबी.. हैं..×2
जिनके हाथों में रक्खी शिफाअत
हम फकीरों पे जिनकी दस्तगीरी हैं
वो हैं तेरा नबी.. मेरा नबी.. हमारे.. नबी.. हैं..×2
जिसके जुल्फों की क़समें वो खाए
रूठे वो जिससे तो रूठ जाए
सबसे आला वही आशिक़ी है
वो हैं तेरा नबी.. मेरा नबी.. हमारे.. नबी.. हैं..×2
इश्क़ ने भी किया इश्क अव्वल
सिलसिला ये वही आख़री हैं (खतामुल नबीﷺ)
वो हैं तेरा नबी.. मेरा नबी.. हमारे.. नबी.. हैं..×2-
Wo bola sharam kar, mene kaha mujhe aaty nahi....
Wo bola tu aurat hai, mene kaha meri maa mujhe btaty nahi...
Wo bola to jhuk k dekh apne gireban m, mene kaha meri nazre jhuk paty nahi...
Wo bola garur tera tod dunga, mene kaha ye dhamakiya mujhe daraty nhi..
Kehne laga aurat jaat hai kab tak mardo se lad payegi,
Mene kaha jab tak meri saansen mera sath nibhayengi....
Kyunki dar k jeene se behtar hai dara kar mar jau...
In sehmi hui kaliyo m ek jawala jala kar dhal jau...
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Qawwali
(This is the first time I write Qawwali,
It's a big one so here is a small part of it)-
(Eid Milad un Nabi ﷺ ❤️special)
Qawwali writting
है चीज़ क्या मोहब्बत
कोई खुद मोहब्बत से पूछे
हैं चीज़ क्या ये सारी ख़लकत
कोई वजह ए ख़लकत से पूछे
के जहा भी हैं जो भी हैं
सब जिसके ज़ेर ए नगीं हैं
वो हैं तेरा नबी मेरा नबी
सबका नबी हैं
नूर की नूर से तरसील है
आप मर्तबा ए आली आपकी
न कोई तमसील है
आप पर ही फिदा रब्ब ए जलील हैं
सारे आलम की जिससे रौशनी हैं
वो हैं तेरा नबी मेरा नबी
सबका नबी हैं ×2
आप की आमद की बात क्या
दिन क्या महीने और साल क्या ×2
हर ज़र्रा ज़र्रा अर्ज़ ओ समा
लम्हा लम्हा जिसके दम से ज़िंदगी हैं
वो हैं तेरा नबी मेरा नबी
सबका नबी हैं ×2-