अगर आप शिक्षित हैं तो अपने बहुमूल्य समय का एक घंटा गरीबों के लिए निःशुल्क शिक्षा के लिए प्रदान करें। आपका दिया यह एक घंटा न जाने कितनों का मार्गदर्शन बन सकता है।
मेरे देश की जनता अधिकारों की बात करती है लेकिन अपने कर्तव्यों को पूरा करना बेवकूफी समझती है मेरे देश की जनता विकास की बात करती है। लेकिन फ्री मे सुविधा लेना जरूरी समझती है। मेरे देश की जनता इंसानियत की बाते करती है। पर मरते हुए इंसान की वीडियो बनाना बहतर समझती है । मेरे देश की जनता भ्रष्टाचार मिटाने की बात करती है। पर अपने काम के लिए घूस देना एक सुविधा समझती है। मेरे देश की जनता देशभक्ति की बात करती है । अपने facebook, whatsapp पर तिरंगे की फ़ोटो लगाने को वो देश भक्ति समझती है । आतंकवाद के खिलाफ आवाज़ उठाने को वो अन्याय समझती है । मेरे देश की जनता बस पैसे की भाषा समझती है।
एक लाश ने ख्वाहिश की है सिकंदर बनने की लाशों के ढेर पर चढ़ा "भविष्य की लाशों" से सिंहासन सुनिश्चित करने को उसके चुनाव की अपील करता है असीमित संवेदनाओं से विहीन इक लाश की ख्वाहिश