अगर आप शिक्षित हैं तो अपने बहुमूल्य समय का एक घंटा गरीबों के लिए निःशुल्क शिक्षा के लिए प्रदान करें।
आपका दिया यह एक घंटा न जाने कितनों का मार्गदर्शन बन सकता है।
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मेरे देश की जनता अधिकारों की बात करती है
लेकिन अपने कर्तव्यों को पूरा करना बेवकूफी समझती है
मेरे देश की जनता विकास की बात करती है।
लेकिन फ्री मे सुविधा लेना जरूरी समझती है।
मेरे देश की जनता इंसानियत की बाते करती है।
पर मरते हुए इंसान की वीडियो बनाना बहतर समझती है ।
मेरे देश की जनता भ्रष्टाचार मिटाने की बात करती है।
पर अपने काम के लिए घूस देना एक सुविधा समझती है।
मेरे देश की जनता देशभक्ति की बात करती है ।
अपने facebook, whatsapp पर तिरंगे की फ़ोटो लगाने को वो देश भक्ति समझती है ।
आतंकवाद के खिलाफ आवाज़ उठाने को वो अन्याय समझती है ।
मेरे देश की जनता बस पैसे की भाषा समझती है।-
मै कोई भी काम पब्लिक मे करता हूँ.
Mai koi b kam public me karta hun.-
एक लाश ने ख्वाहिश की है
सिकंदर बनने की
लाशों के ढेर पर चढ़ा
"भविष्य की लाशों" से
सिंहासन सुनिश्चित करने को
उसके चुनाव की अपील करता है
असीमित संवेदनाओं से विहीन
इक लाश की ख्वाहिश
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Farhan alam -👉👉
🔥🔥🔥
Jab insaan akela jeena sikh leta hai
Toh
Koi sath ho ya nhi ho farak nhi pdta-
लोग बाग़ हमें किस नज़र से देखते हैं , उनकी मर्ज़ी ।
वो , हमारी रूह में थोड़ी बस्ते हैं ।
चीख़ पुकार हमारे रूह की , हम ही सुनते हैं ।
लोग बाग़ हमें किस नज़र से देखते हैं , उनकी मर्ज़ी ।
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If I were the prime minister I
would change nothing as usual,
The reason of the public here
in India isn't sufficiently conscious.
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वह सोचते हैं कि
आग उन्हें नहीं जलाएगी
क्योंकि उन्होंने ही आग लगाया है।
अरे बेवकूफों आग ने
अपने बनाने वाले का ही
हाथ जलाया है।।
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उस आसमान को औकात दिखाने की जरूरत नहीं है
मेरे साहस की ऊंचाई कई गुना ऊपर है
ये "परिंदा हकीकत" में ही जियेगा
ज्यादा वक़्त आदत नहीं है ख़्वाबों जीने की-