कभी कभी “गुस्सा”, मुस्कुराहट से भी ज्यादा ‘स्पेशल’ होता है ।
क्योंकि “स्माइल” तो सबके लिए होती है, मगर “गुस्सा” सिर्फ उसके लिए होता है जिसे हम कभी “खोना” नहीं चाहते.
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एक ख़्वाब देखा था कल मैंने ...
वो मेरे ख्वाबों में आके फिर से मुस्कुरायी थी,
मुझे देख के घूँघट का पर्दा किया और थोड़ी सी घबरायी थी,
धड़कने लगा उसका दिल जोरो से मुझे पास आता देख वो थोड़ी सी शरमायी थी,
पकड़ के उसके हाथो को मैंने उसकी धड़कने बढ़ायी थी,
बैठ के अपने पैरों पे उसे हीरे की अंगूठी भी पहनायी थी,
चार चाँद तो तब लग गये उस ख़्वाब में जब बरसात भी धीमी धीमी आयी थी,
गिरते देख बारिश की बूंदों को वो धीमे से मुस्कायी थी,
कल रात मेरे ख्वाबों में वो ख्वाबों की #रानी आयी थी।-
“ज़िन्दगी बदलने के लिए लड़ना पड़ता है और आसान करने के लिए समझना पड़ता है|
Good morning-
सारे झूठ एक तरफ,
और "आगर मेरी तुमसे शादी नही हुई,
तो मैं शादी ही नही करूँगा"
वाला एक तरफ...😁😝-
"ज़िन्दगी" में कभी किसी "बुरे दिन" से सामना हो जाये तो.....
इतना "हौसला" जरूर रखना -
"दिन" बुरा था.....
"ज़िन्दगी" नहीं.....-
रूह से तुम्हें महसूस करें लब्जों__
मैं तुम्हारे__खो जायें ...
इश्क का मौसम है
कहो__तो आपके__हो जायें ।।-
एक अक्षर में उसने सारा जग ही लिख डाला,
"माँ" लिख कर के उस बच्चे ने मेरे दिल को हिला डाला।
वैसे तो कक्षा में प्रथम आता था और इसके पास शब्दों का भंडार था...
लेकिन जब बात आयी सबसे प्यारा निबंध लिखने की प्रतियोगिता की तो उसने बस एक अक्षर "माँ" लिखकर सब को पीछे कर डाला।-