स्वर्ग कह दो या कैलाश,
एक ही बात।।
(हर हर महादेव)
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दुनिया में खूबसूरत से नाज़रे बहुत देखे है हमने।
पर जो पहाड़ों में है बात,वैसी बात कहीं ओर देखी नी हमने।।-
ये हँसी भी कुदरत सी मिली है हमें दोस्त,
साथ हो तो थोड़ा मुस्करा लीजिये,
जिंदगी जीने का मज़ा बहुत आयेगा,
बस आप अपने चेहरे पर ये मुसकुराहट हर वक़्त बनाये रखिये।।
🤓❤-
जो एहसास को जान ले, जो एहसास को जान ले उनसे मुलाकात ना हुई कभी ।
सुकून तो शिवा,मुझे तेरे ही दर पे मिला,
इस दुनिया में पूरा ना हुआ मैं कभी।।
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बहुत अच्छा लगता है,
शिव को महसूस करना,
खो कर शिव में,
पल भर में जन्नत को पाया है मैंने।।
☸🕉-
जो एहसास को जान ले, जो एहसास को जान ले उनसे मुलाकात ना हुई कभी ।
सुकून तो शिवा,मुझे तेरे ही दर पे मिला,
इस दुनिया में पूरा ना हुआ मैं कभी।।
☸🕉-
कभी पहाडों पे तो, तो कभी बंद कमरे में
लिख देता हूँ मैं बस इस एहसास को शब्दों मैं।।
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तुम मानो या ना मानो,पर तुमे ही अपना मानते हैं हम।
तुमसे एक ऐसा रिश्ता है जिस में सब रिश्तों का निचोड़ पाते है हम।
दूर होके भी,दूर ना होना कभी तुम,
तुम में ही अपनी रूह को पाते हैं हम।
इश्क़ कहूँ इसे या फिर दोस्ती,
पर हाँ तुम में ही सब रिश्तों को पाते हैं हम।-
मान जा मेरी बात,
दोस्ती में ना देख धर्म और ज़ात।
देख कर्म उसके,
कर्म ही बताते उसके वो इंसान है या हैवान ।।-
वो बचपन की मुस्कान,वो बचपन की बातें,वो बचपन के खेल,वो बचपन के दिन।
याद आते हैं मुझे जब देखता हूँ खेल के मैदान को, अब बच्चे तो नहीं दिखते उधर,
पर हाँ हे दोस्त,तुम्हें याद कर गुज़ार लेता हूँ मैं इस शाम को।।-