सबकी बेटी प्यारी हो,
चाहे हमारी हो या तुम्हारी हो।
बलात्कारियों को गोली मारो.....
चाहे मौलवी हो, या पुजारी हो..!!!-
तूने कुछ ना कहा ,ना तूने मेरा सुना
दुनिया के सामने फैल गया किस्सा मेरा ।
काश कोई देखे कितना है बोझ मेरे ऊपर
दूसरो का क्या,खुद से है मुकाबला मेरा ।
कहूं प्यार के दो लफ्ज़,तो समझते सब नफरत लिख रहा
क्या करू समझ नहीं पाता कोई किरदार मेरा ।
पढ़ते पढ़ते किताबे,आंखो के नीचे आ गया काला रंग
घर वालो को भी लगता, बदल गया शौक मेरा ।
वक़्त काटने,बैठा रहता गंगा किनारे
शायरी लिखते लिखते बदल जाता संसार मेरा ।
उसके साथ पल बिताने,लगता मेला बड़ा
पता नहीं क्या देखा मेरे अंदर,पसन्द है उसको साथ मेरा ।
लोग पागल कहते क्यों है थोड़ा समझ आ रहा तभी तो
कभी कभी तो समझ नहीं आता खुद लिखा मेरा ।
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मैं बत्तमीज हूँ....
गाली देता हूँ....
उल्टे जवाब देता हूँ....
पर यकीन मानो,
आजतक किसी लड़की ने मुझे
देखकर अपना दुपट्टा नहीं
संभाला..!!!-
मरती है मनीषा तो मरने दो,
सुशांत थोड़ी ना है।
टूटती है रीढ़ की हड्डियाँ तो टूटने दो,
कोई कंगना का मकान थोड़ी है..!!!-
मर्द हो तो तुम्हारी हस्ती का इतना रौब हो।
बगल से निकले कोई औरत तो वो बेखौफ हो..!!!-
सुनो लड़कियों......
मेरी मानो तो बंदूक खरीद लो,
सरकार पूछे तो कह देना,
हमारी रक्षा करना
तुम्हारे बस की बात नहीं..!!!-
मोहब्बत में मुझसे मशवरा
माँगते हैं लोग,
खैर तेरे इश्क़ ने इस काबिल
तो बनाया..!!!-
सुनो, तुम मुझे हर कपड़ों में खूबसूरत लगती हो।
सादगी सिर्फ दुपट्टे में अच्छी नहीं लगती।।
नीयत साफ हो तो नंगा बदन भी ढका हुआ लगता है,
वरना दरिंदों को तो बच्ची भी बच्ची नहीं लगती..!!!-
क्या करेंगे देखकर, ये चमचमाते हाई-वे
बेटियाँ बेफिक्र घूमें, एक गली ऐसी बता..!!!-