गीतों को अपने,,अंजलि में समा
हृदय से अर्पित तुम्हें मैं, करता हूँ
उठती भाव लहर,, शब्दों में समां
रचनाएँ तुम्हें मैं,, अर्पित करता हूँ
सीमा क्या? इस असीम स्नेह की
हर पल तुम्हें मैं समर्पित करता हूँ
उठती,, भाव लहर शब्दों में समां
रचनाएँ,, अपनी अर्पित करता हूँ-
किसी ने हाथ थाम के
हाल तक नही पुछा हमारा
ओर लोग कहते है
कि बोलते कम हो हम-
Today leaved my heart for forever.
She didn't understood my feeling.
I see every moment, but she can't.
Wish her happy marriage life.
U known pagli, I shall stay for ur happiness.-
Sleeping the late night
For the cause of dream
With lots of endurance
Ostensiblising late dawn-
She _ _ _ _ _ _
had been given
all the rights along with freedom _ _ _ _ BUT.......
this SOCIETY limits it in a way of such SILENCE that everyone points but no one
_ _ _ _ _ DARES_ _ _ _ _-
खुश रहना, सफल जीवन जीने की एक कला है,
और जो इस कला को सीख गया, वही
इस दुनिया का सर्वश्रेष्ठ कलाकार है।-
हृदय की आस भी तुम, विश्वास भी तुम
तीखी धूप भी तुम, शीतल छाँव भी तुम
कंठ की प्यास हो तो स्वाति बूंदे भी तुम
भोर भी तुम तो चंदा की चांदनी भी तुम
गीतों की धुन तो,गज़ल का राग भी तुम
सांस भी तुम तो, दिल के लफ्ज भी तुम
हृदय अंतस को जो नित सुकून पहुंचाए
ऐसे सुरीले से मनमीत के संगीत भी तुम-
टुटे इस कदर की कांच के जैसे चकनाचुर हो गये हम
किसी को चुभ ना जाये इस लिए सबसे दुर हो गयें हम ,,-