Likhata hu har ek dard Mein narajgi ke kagaz par,
Aur usi kagaz se muskan ki nav bana kar bahata hu zindagi ke dariyaa mein...-
Haan... maanta hoon
ki pyar hone ke liye
zaroori hai
pehle dosti...
But dosti hone ke liye
to pyar hona
zaroori nahi hai na.. ?!
😜😎-
वो तो हमें अपने दिल का किरायेदार ही समझते थे...
खामखाह हम ही उसे अपना मकान समझ बैठे !!-
"तू इस क़दर मेरा दिल ना तोड़ जाया कर...
दीवाना हूँ तेरा... कोई मिट्टी का खिलौना नहीं ।"
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"बिल्कुल है..!
मग़र खोती जा रही है ।
अगर बचाना है...
तो उसका अस्तित्व ही मिटा दो,
जो औरत का अस्तित्व मिटा रहा है !!"-
"मन मोर कहिथे मोला,
तोला हिरदे मा बसालंव ।
मांग म सेंदूर सजाके,
अपन जिनगी बनालंव ।।"
💞❣️💞-
Isme samajhne wali kya baat thi...
hum thehre naasamajh...
Aur waise bhi tu rehti hai,
apane aap me hi mast.
😜-
नाव और पतवार,❤️❣️
चले तो एक साथ ,
रूके तो एक साथ ,
प्यार हमारा सुख दुःख का है हकदार,❤️❣️
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ये बात तो पक्की है.... मुझे उसकी याद आ रही है...
But थोड़ा-सा confusion इस बात पे है...
कि मुझे हँसना है कि रोना ???
🤔😜😂-
तू एकबार जो पकड़ ले इन हाथों को
फिर ना छुड़ा पाएगा
मेरी हंसी में इतना डूब जायेगा खुद की गम भी भूल जायेगा
मेरी हर सांस जुडी है तुझसे तेरे दिल को भी ख़बर हो जाएगा
एक बार बस लगाले गले फिर चाह कर भी दूर ना रह पायेगा-