मन करता है तेरे कान खींच के
भाग जाऊँ,
जी भर के तेरी आँखों को निहारुँ,
तेरे कप की आधी चाय पी जाऊँ,
तू बैठा हो शांत तेरे केश नोच डालूँ,
तू हो उदास गले से लगा लूँ,
तू खाये खाना तेरी आधी रोटी मैं चुरा लूँ,
तू पिये पानी उससे पहले
आधा पानी मैं पी डालूँ,
तू सो रहा हो तो मैं तेरी
नींद को भगा दूँ,सोये दोनों साथ मे
तो भी आधे -आधे सपने बाँट लूँ,
कुछ इस तरह मीठी -मीठी
जिंदगी तेरे साथ गुज़ार लूँ।
-