मैं कुछ भी नहीं हूँ, ना मुझमे कुछ ख़ास है, जो बची है मेरे अन्दर वो तेरी अधूरी आस है,
मैं सब कुछ खोकर भी आज ज़िंदा हूँ, क्यूँकी जो मुझे ज़िंदगी दे तू वो मेरी साँस है.....-
30 APR 2021 AT 12:21
मैं कुछ भी नहीं हूँ, ना मुझमे कुछ ख़ास है, जो बची है मेरे अन्दर वो तेरी अधूरी आस है,
मैं सब कुछ खोकर भी आज ज़िंदा हूँ, क्यूँकी जो मुझे ज़िंदगी दे तू वो मेरी साँस है.....-