मैंने देखा था उसको,
आईने पर संवरते हुए
किसी को सोचते हुए,
वो हल्का सा मुस्कुराई थी-
12 OCT 2020 AT 10:04
24 AUG 2021 AT 21:25
ये ना puchiye हमसे कि
मोहोब्बत है? Kyo h? कैसे है?,
बस है beinteha है इतना समझ लीजिये❣️-
7 AUG 2020 AT 21:40
क्यूँ डर ये मुझे हर वक़्त सताये
की कोई हमसफ़र फिर से ना बन जाये
क्यूँ डर लगे की फिर से कही
वो दर्दो वाली रात मुझे ही ना मिल जाये-
16 AUG 2021 AT 22:34
31 JUL 2020 AT 19:31
कुछ इस तरह बढ़ चुके है
की निगाहे ना ढूंढ सके उन राहो को
कोई मंजिल नही
कोई परवाना नही
बस खुद की तलाश है
बस खुद की तलाश है-