इक फूल है गुलाब का, बस आपके लिये
चाहे लबों को चूमिए, चाहे लबों से चूमिए
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What is poetry,
if not
on those beautiful lips,
a rare smile?
What reminds us that
all things
that need to be preserved
are fragile.-
तेरे होंठ गुलाबी और निगाहें शराबी
और कहती हो मेरी नियत में है खराबी-
The last time we met,
you spilled me.
Now I crave for you
like an empty glass
craves lips.-
इक आह सी उठी है उनमें समां जाने की
दोनों में हुई फिर चाह रूह से पास आने की
होंठ यूं मिले की दोनों बदन एक से हो गए
अभी डर सताने लगा हैं उनसे दूर जाने का..!-
चूमकर होंठ तेरे मैं सीने से लग जाऊं
आ पास मेरे बस अब दूरियां मिटाऊं!
दिल की कसक को क्या समझाऊं
चूमती रहूं तुझे या शायरियां बनाऊं..!-
Do You Know Why Her Lips Are My Favourite?
Because No Lips In The World Can Tell Such Beautifull Lies 💔-
जब वो चाय पीती है,
फहीम....
उसका ऊपर वाला होंठ,
चाय में डूब जाता है.
नीचे वाले होंठ का निशान,
कप पर छूट जाता है.-
मेरी शायरी भी क्या गजब है,,,क्या किस्मत पाई है ।।
जिसे पसंद किया उसके लबों को छू आई है ।।-