शाम और हम
और यह रातें ,या प्रतिबिंब,
या अकेलेपन का स्वाद
हमारे लिए बनाए गए हैं।.....
मुझे शाम की अच्छी धुंध को
आते देखना अच्छा लगता है
तुम शाम को ढलता देखोगी, मैं तुम्हें देखूंगा
अपने सब द्वार बन्द कर दूंगा,
पर्दों को कस कर खींचूंगा,
और मोमबत्ती की रोशनी से बहाकर
तुम्हे आधी रात में ले जाऊंगा।....
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