Sheikh Zaidi 26 SEP 2020 AT 23:47 ना आया कोई शख्स फिर तेरे जैसा|ना खोले मैने दरवाज़े फिर किसी के लिये|| - Mansi Dwivedi 18 APR 2018 AT 13:36 तनहा,परेशान और हताश हूँ मैं,काश ! कोई आये,महज़ यूँ कहने कि,तुम्हारे साथ हूँ मैं । -