सभी को सद्बुद्धि दें,
सभी के विघ्न हरें,
सभी की मनोकामना पूरी करें,
सभी को प्रसन्नता दें।
गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏-
,
आँख खुलते ही धूमिल हो गया।
ये कैसा ख़्वाब है,
हाथ मलते रह गया।
ये आखिर कैसा ख़्वाब है,
मैं मन मसोस कर रह गया।।-
या औरत उसका मन, उसका धन,
नहीं रह सकते क्या। रहे जैसे भी उसको पसंद
इस संसार में।। हर बात पर उंगली करना बंद करो
सुकून है, खुशी है, शांति से जीवन जीना सीख लो।
चैन है, आराम है, अकेला आदमी या औरत
तो क्यों लगी है आग, नहीं रह सकते क्या इस संसार में।
लोगों के पिछवाड़े में। नहीं रह सकते क्या इस संसार में।।-
तेरे इस पागलपन का
ना कोई जी सकता
ना कोई मर सकता
ना कोई समझ सकता
ना कोई समझा सकता
और
करें क्या तेरे इस बचपने का
हर कोई जीना चाहता
हर कोई समझना चाहता
हर कोई समझाना चाहता
और तेरी यादों के साथ
हर कोई मरना चाहता।।-
हमको समझाओ मत, देख ये स्वरूप बच्चों का,
देख लेंगे हम खुद दिल पसीज जाता है,
हमको बतलाओ मत, तकिये सिराहने रो देते है,
समझते तो हो नहीं परवरिश को कोसते है,
कुछ भी कहो मत, भगवान से दुआ करते हैं।
याद करो भगवान को माँ-बाप है जनाब,
दख़ल अंदाजी करो मत। ख़ुद की औलाद की फटकार
सुनकर भी खुशियाँ ही माँगते है रब से।।-
, तेरी परछाई भी कमाल करती है,
तेरे आने का पैगाम, वो पहले दे देती है।
सूरज की तपिश हो या चाँद की चाँदनी,
तेरे होने का अहसास सबसे पहले करवा देती है।।-
मुझसे मेरा जीना छीन लिया,
थोड़ा प्यार दे देते तो
शायद मैं भी अच्छे से जी पाता,
यूँ बेदख़ल कर दिया मुझे
जैसे कोई वस्तु मात्र था।।-
मैं अपने दिल की करूँगा
क्या फ़र्क पड़ेगा
गर शादी नहीं की तो
ख़ुश तो हूँ ना।
जो है सो है
मैं अपने दिल की करूँगा
क्या फ़र्क पड़ेगा
गर हमसफ़र ना मिला तो
रात तो है ना।
जो है सो है
मैं अपने दिल की करूँगा।।-
थोड़ा ठहर जा
दिमाग से काम लें
थोड़ा संभल जा
बात कर हल निकाल
थोड़ा धैर्य रख
ना निकले हल तो
ख़ुशी-ख़ुशी रिश्ता तोड़ दो।।-
मुझ में दबी भावनाओं को उजागर करना
ज़रूरी है क्या
सोशल मीडिया पर चोचले करना
ज़रूरी है क्या
पूरी दुनिया को हर चीज से वाकिफ़ कराना
ज़रूरी है क्या
दिल की बात जुबाँ पर लाना।।-