दिल लगा भी लिया इश्क़ भी कर लिया। चाँदनी रात में हमने तारे गिने ख़्वाब जैसा कोई ख़्वाब थी ज़िंदगी। नींद टूटी तो आया समझ ये हमें राह वो जिस पे मैं चल रहा था उसकी कोई भी मंज़िल नहीं है बेवफ़ा तेरा मासूम चेहरा भूल जाने के क़ाबिल नहीं है ख़ूबसूरत बहुत है तू लेकिन दिल लगाने के क़ाबिल नहीं है
वो रोते-रोते भी हंस लिया करती थी , कभी सच तो कभी झूठ पढ़ लिया करती थी , सोचती थी कुछ नहीं होगा हमारा , वह मासूम थी क्योंकि मासूमियत उसके चेहरे से झलकती थी♥
-
Fetching #innocentface Quotes
Seems there are no posts with this hashtag. Come back a little later and find out.