जान था मेरी...जान ले गया वो
उल्फ़त का मेरी ...इनाम दे गया वो
सिसकती यह रातें और उन पर उसकी यादें..
नाम कर गया वो
बेजान कर गया वो
चाहत को मेरी ठुकरा के
ज़िन्दगी वीरान कर गया वो
वो ही तो था दौलत मेरी...वो ही तो था शोहरत मेरी
वो ही तो था ख़्वाब “हसीन”.. वो ही तो था ख़्वाहिश मेरी ..
पल भर में जुदा जिस्म से मेरी जान कर गया वो
बेजान कर गया वो
#Hasinehsas
220920-
कुछ भी तो नहीं बदला हममें
ना ज़िद बदली तुम्हारी
ना तेवर हमारे बदले..
हाँ वक़्त ज़रूर बदला है
वो सन १९ था जो २० हुआ है
साथ तारीख़ और दिन है बदले
चलो फिर भी ..देर अब भी नहीं हुई..
इस रिश्ते को एक मौक़ा और देते है
थोड़ा में झुक जाता हूँ
कुछ तुम छोड़ दो
आओ वक़्त के साथ थोड़ा खुद को बदले
कुछ भी तो नहीं बदला हममें
ना ज़िद बदली तुम्हारी
ना तेवर हमारे बदले..
#Hasinehsas
210920
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Yaad aai mujhe wo hasin sard raat,
Wo phli mulakat wo baataon pe baat,
Andhere mein humara sirf chalte jana,
Wo lamhe wo yaadein apna ek dusre ka saath.
Yaad aai mujhe wo hasin sard raat,
Yaad aai mujhe wo hasin sard raat.-
पापा की बेटी
बात है बेटियों की तो सिर्फ़ और सिर्फ़ ख़ुशियाँ नज़र आती है
अल्फ़ाज़ कम पड़ जाएँगे कहने को
वो बेटी ही है जो ज़िन्दगी सजाती है
नन्ही परी कहो या बड़े होने पर अप्सरा उसे
पापा की आँखों की चमक
दिल की ठंडक कहलाती है
उसका इठलाना.. उसका इतराना
उसकी ज़िद पे भी प्यार आता है
डाँट भी दे पापा को तब भी बड़ा भाती है
वो बेटी ही तो है जो पूरे संसार को महकाती है
जी नहीं भरता उसकी बातों से..सूरत उसकी दिल को लुभाती है
ख़ुशियों से सजी रहे ज़िन्दगी उसकी ..कमी कोई बाक़ी ना रहे
पापा की दुआ कहो या तमन्ना... या कहो आरज़ू ज़िन्दगी की
सारी चाहते उसी पर आ कर रूक जाती
आख़िर क्यों ना हो,,
वो मुस्कुराहट ही तो है उसकी जो पापा के चेहरे को चमकाती है
#Hasinehsas
270920
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चाँद के क़रीब थे,,सब ख़्वाब मेरे
आसमाँ में जो सजे थे ,,सब ख़्वाब मेरे
धीरे धीरे कर बुन रही थी
कितने वो अज़ीज़ थे,,सब ख़्वाब मेरे
ख़ुदा गवाह है उन हर एहसास का
जज़्बातों में लिपटे थे,,सब ख़्वाब मेरे
डर सताता था कहीं टूट ना जाए
बड़े नाज़ों से सम्भाले रखे थे,,सब ख़्वाब मेरे
बड़े यक़ीन से जोड़ें थे
तेरी ज़िन्दगी से,,सब ख़्वाब मेरे
बेमुरव्वत तू भी निकला कैसा पत्थर दिल
यक़ीन ही नहीं होता..अब तक
तोड़े मेरे यक़ीन सारे...साथ तोड़े
सब ख़्वाब मेरे
#Hasinehsas
200920
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आदत डाल लो अब ऐसे ही जीने की
ख़ौफ़ज़दा तुम और कर भी क्या सकते हो
क्या सच क्या झूठ क्यों जानना
मामूली इन्सान हूँ कहने के अलावा और कर भी क्या सकते हो
ज़ुल्म होता देख मुँह फेर लेना ही बेहतर है
ज़मीर तो मर चूका है,
तमाशाई बन ने के अलावा और कर ही क्या सकते हो
ज़िन्दगी वैसे भी गुजर जाएगी,कुछ बदलना तो है नहीं
मुझ अकेले से क्या होगा..
बस वही सोचते रहेना,, उसके अलावा और कर भी क्या सकते हो
#Hasinehsas
211010
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ना?? अब साथ रहना
चलो कोई बात नहीं
इतना जो सफ़र था .. अच्छा ही था
नहीं निभा सकते ना??
तो कोई बात नहीं
वैसे दिल तो दुखा ही है हमारा .. या शायद तुम्हारा भी..!!
जुदा होना आसान तो नहीं..
अफ़सोस हमें रहेगा इस बात का
तुम्हें ना है अफ़सोस तो कोई बात नहीं ..
कहना था जो कुछ कह दिया हमने..
क्यों चुप हो भला
नहीं चाहते तुम कुछ कहना??
चलो कोई बात नहीं
तुम नहीं चाहते ना ?? अब साथ रहना
चलो कोई बात नहीं
#Hasinehsas
190920-
अंजाम की फ़िकर में
आग़ाज़ कमजोर ना करो
हालात का क्या है
वक़्त के साथ बदल जाएँगे
बस ख़ुद पर भरोसा क़ायम करो
भागने से दूर मुश्किलें ख़त्म ना होगी
ना टालने से कम होगी
डट कर उसका सामना तो करो
बेशक मंज़िल आयेगी नज़र
रुको मत चलते रहो
अक़ीदे पर रह कर खुदा के
अपनी राह को बस तुम तय करो
#Hasinehsas
131020-
बिखरा पड़ा है सब कुछ तो
क्या क्या समेटें अब हम
बिन तेरे हम तो जीना भूल गए
वो मुस्कुराते हुए पल
वो ख़ुशी.. वो खिलखिलाती तेरी हँसी
याद कर रो पड़ते है अब
क्या कहें !!! अब हम तों मुस्कुराना ही भूल गए
सजती थी कभी महफ़िलें तेरे होने से
अब सन्नाटे ने जगह ली है
दर्द-ए-जुदाई का आलम है कुछ ऐसा !!
हम तों महफ़िलों में जाना तक भूल गए..
बिखरा पड़ा है सब कुछ तो
क्या क्या समेटें अब हम
बिन तेरे हम तो जीना भूल गए
#Hasinehsas
260920-
भी हद कर दी
बता भी दो कब ख़त्म होगी
हाँ रे रुकी हूँ बस उसी इंतज़ार में
कभी ना तरसी हूँ इतना मैं
सच कहती हूँ..
जितना मैं तरसी हूँ तुम्हारे प्यार में
#Hasinehsas
280920-