ज़िन्दगी मे सब खुशहाल है
बस एक ही गम है , कि अब जरा सी आँखें नम है।
ढूंढती हूँ तेरा पता ,है कहा अब तो बता।
क्या जरा सी तकलीफ़ भी नही हुई तुझे
छोड़कर जाते हुए मुझे।
तब दिल मे बस प्यार भरा था ,
अब एक घाव नज़र आता है
लफ्ज़ो पर एक सवाल नज़र आता है।
कि अब क्या याद भी नही आती मेरी तुझे
इन ऑंखों में बस तेरा इन्तज़ार नज़र आता है।।
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15 MAR 2021 AT 8:40