मैं हूं तन्हा वो है तन्हा,
तन्हा तन्हा हम है तन्हा।
वो सोया में हूं जागी,
दोनों ने ऐसे रात है काटी।
मै हूं तन्हा वो है तन्हा,
तन्हा तन्हा हम है तन्हा।
ख़्वाबों से उसने अपनी भूख है मिटाई,
अश्कों से हमने भी तो प्यास है बुझाई।
मै भी तन्हा वो भी तन्हा ,
तन्हा तन्हा हम है तन्हा ।-
चाहत नहीं है किसी और को अब अपना बनाने की ।
बस एक तू ही काफ़ी है वजह मेरे जीने- मरने की ।।
( टाइगर जिंदा है )-
मेरी है यह जिंदगी इसे मुझे ही जीना है ।
कुछ पल खुशियों के बिताने है तो कुछ पल गमों में बिताने है ,
इन गमों खुशियों के तालमेल तो मुझे ही बैठाने है ।
मेरी है यह जिंदगी इसे मुझे ही जीना है ।।-
आदत सी हो गई है मुझे दर्द सहने की ,
क्योंकि हर कोई मुझे एक नया जख्म दे जाता है ।-
जितना प्यार में इसे देती हूं उसका दुगुना यह लौटा जाता हैं ।
यह मेरा भतीजा ही है जो मुझे रोते हुए भी हँसा जाता हैं ।-
ऐ मोहब्बत तेरा भी क्या गज़ब का दस्तूर है ।
जिसको हमने दिल से चाहा वहीं क्यों हमसे दूर है ।।-
काश उस दरिंदे ने मुझे फल खाने को दिया ही ना होता है ।
तो आज में और मेरा शरभ सलामत होते ।
ये खुदा काश तूने इंसाने में छुपी हेवानियत को पहचानने के कुछ निशान रखा होता ।।
तो आज में और मेरा शरभ इसका शिकार ना होते ।।
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कभी जो कहते थे तुम्हे कभी ना रोने देंगे,
आंसू भरी आंख लेकर तुझे कभी सोने देंगे,
आखिर वहीं हमारी आंख का आंसू बन गए,
जो कहते थे तुमको कभी खोने ना देंगे।
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लोग समझते हैं हमने उनको भुला रखा है ,
वो क्या जाने की दिल में छुपा रखा है ,
देखे न कोई उसे मेरी आँखों में ,
इसलिए पलकों को हम ने झुका रखा है ।-