हे ईश्वर! तुम हो माता-पिता हमारे।।
भ्राता,साथी,सखा हमारे।।
सूरज बनकर हर लें अंधियारा।।
फूल बनें, दुनिया महकाएं।।
निर्बल का हम बल बन जाएं ।।
रहे ना दुःख का नाम वहां पर ।।
जले ज्ञान का दीप जहां पर।।-
16 JUN 2020 AT 10:08
16 JUN 2020 AT 13:29
मेरा हक नही है तुम पर ये जानता हूं मैं
फिर भी ना जाने क्यों
दुआओं में तुझे ही मांगना पसंद है
-
21 JUL 2020 AT 10:19
रौशनी मत डालो अपने कामयाबी पर
नही तो उसके पिछे का हाथ दिख जाऐगा-
22 JUL 2020 AT 11:12
खूबसूरत चेहरा नही
खूबसूरत सोच होना चाहिए
मोहब्बत खुद व खुद खुबसूरत हो जाऐगा-
17 JUN 2020 AT 9:06
ये मुस्कुराये दिल।
इस दर्द दे दिल का जरा हाल तो पूछ लिया कर-
15 JUL 2020 AT 11:01
कुछ यादें ऐसी भी होती हैं
जिसे याद ना करें तो ही बेहतर होता हैं
-
22 JUN 2020 AT 10:39
वे लोग आशिक बनें फिरते हैं
जो ये नही जानते कि दूसरों का कद्र कैसे करते हैं-
20 JUN 2020 AT 10:20
आंखों में आसूं होंठों पर मुस्कान
तुम्हारे दिल ये कौन सी राज है
मैं ठहरा नादान-
12 JUL 2020 AT 11:28
किसी की नजर ना लग जाए तेरी मुस्कान को
दुनिया की हर खुशी मिलें मेरी जान को-