બરાબર વાંચો અને સમજો.
🍁જ્યારે માણસ જિંદગીમાં આવેલી,
પરીક્ષા નો ભાર ઝીલી નથી શકતો ને,
🍁ત્યારે એનો ભાર પંખા અને ટેબલ ને,
ભોગવવો પડે છે.
તમે સમજી ગયા ને.. ...????
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Atamhatya ker liya
Sune Ghar mein Kisi ne
Kya jarruri tha?
Mein samaghta Hun
Her insan ke Dil mein
Ek hi Dil ho
Mager wo Kabhi BHI
Mayus na ho.....
Jinda ho to jinda raho
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आत्महत्या
जब कोई ना सुन पाता होगा उनकी आवाज
उनके अंदर के घुटन को कोई ना समझ पाता होगा
वो अंदर ही अंदर कुछ बिखरा महसूस करते होगे
जब कोई उन्हें समझने वाला ना होता होगा
कुछ बाते उन्हें अंदर से खा रही होती होगी
वो शायद कहते कहते थक जाते होगे
कोई ना मिलता होगा उन्हे समझने वाला
वो रहते होगे घर से दुर
कई फोन पर कई घंटियां बजी होगी
कोई फोन उठा होगा
कोई फोन नही उठा होगा
शायद वो किसी से कह पाए होगे
कोई समझाया होगा
शायद वो किसी से ना कह पाए होगे
सिर्फ हेलो मे फोन कट गया होगा
कोई उन्हें समझा पाया होगा
कोई उन्हें नही समझा पाया होगा
जब कोई उनकी बातों को नही समझ पाता होगा
वो अंदर से अच्छा महसूस नही करते
वो समझते है अब कुछ ठीक नही हो सकता
तब वो करते है आत्महत्या
ऐसे रह जाती है कुछ कहानियां अधूरी
एक कमरे मे समेटी हुई-