हर हमला रूह पर ही तो हुआ था,
जिस्म तो बस मिट्टी का पुतला था।-
कैसी आगज़नी थी वो मैं जीते जी जिंदा ही जल रहा था,
मेरी आत्मा धुआं-धुआं हो उठी थी।
मेरा मन राख का ढेर बन रहा था।-
दर्द बहुत है दुनिया में,
लोगों को लोगों के द्वारा छोड़ दिया जाता है।
हर एक रिश्ता-नाता एक ही झटके में तोड़ दिया जाता है।
कुछ लोग जीना सीख लेते हैं,
कुछ लोग जीना छोड़ देते हैं।
के हां सच्ची में, दर्द बहुत है दुनिया में।
लेकिन हर हाल में हमे जीना सीखना होगा,
हमारे अपने लिए और हमारे घरवालों के लिए।
हमें जीना सीखना होगा।
हमें जीवन के इस अग्निपथ पर चलना होगा,
हमें भोर के बाद सांझ की तरहं ढलना होगा।
फिर इक नयी सुबह के लिए हमें रात भर का इंतजार करना होगा।
हमें तपती धूप में जलना होगा, हमें द्रवित होकर कष्ट सहते हुए पिघलना होगा।
के हमें सौ दुख सहकर भी फूलना और फलना होगा।
कभी कभार नीलम रत्न को कुरबान कर ढूंढना पड़ता है जमुनिया में,
के हां दर्द बहुत है दुनिया में,
जी दर्द बहुत है दुनिया में।
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ये इतना कुछ लिखने के लिए मुझे अपने घरवालों से बहुत कुछ सुनना पड़ता है। क्योंकि आप एक परिवार में रहकर कभी भी शायरी नहीं लिख सकते, और ना ही वे लोग आपको समझ सकते हैं कि आप क्या करते रहते हो। उनको चाहिए बस पैसा, उनको बस पैसे से मतलब है। और इस तरहं से लिखकर हम पैसा नहीं बना सकते। उसके लिए हमें काम करना होगा। मेहनत मजदूरी करनी होगी।
To write all this, I have to listen to a lot of things from my family. Because you can never write poetry while living in a family, and neither can they understand what you do. They just want money, they are only interested in money. And we cannot earn money by writing like this. For that, we have to work. We have to do hard labour.-
मैनें 7 साल मौत से लड़कर उस जिंदगी को जीता था,
जिसे वो 7 महीनों में बर्बाद कर के चली गयी।
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तुम जो चाहती थी वो हो गया देखो,
एक टिमटिमाता सितारा हमेशा के लिए सो गया देखो।
तुम जीत गई कोई तुमसे हार गया देखो,
कोई अपनी जिंदगी तुम पर वार गया देखो।
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तुम्हारी वज़ह से मैं जल्दी मृत्यु को प्राप्त हो गया,
नहीं तो मुझे अभी और जीना था हे विषकन्या।-
एक लड़की मिली थी यहाँ वो ज़ख्म देकर चली गयी थी,
फिर एक और लड़की उसके जैसी लगी मुझे और मैं उसमें उसको देखने लगा था।
अब वो भी चली गयी, मतलब मैनें एक इंसान को दूसरे इंसान में जीकर देख लिया है।
हालांकि वोह दोनों इंसान अलग-अलग थे, ये बस मेरे दिमाग की एक ऊपज थी, जो मैं उसको इसमें देखने लगा था और मेरा प्यार जो उसके लिए था वो फिर से जागृत हो उठा था।
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Death happens thousands of times before the actual death,
but people express their condolences to you by crying only on the day of your actual death.-