वक़्त बदल रहा
लोग बदल रहे दुनिया हर पल बदल रही
फिर
क्यों कुछ लोग अपने रूढ़िवादी विचारधारा में
बँधे अपनी उस पुरानी दुनिया ,समाज, विचार
,मान-मार्यादा को ढूँढते फिरते हैं
किसी और दुनिया में क्यों ढूँढना अपनी दुनिया
हर पल हर छन आनंदमय होगा
गर हम वास्तविकता को अपनाकर इसी दुनिया में जियें
वक़्त के साथ बदलाव ज़रूरी है....
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