उजड़ा उजड़ा सा आज हर शहर लगता है
जैसे कुदरत का कहर लगता है
ऐसा कैसा समय दिखया है भगवान आपने
ना चाहते हुए भी हर इंसान बेबस लगता है
ऐसी क्या तरक्की कर ली इंसान ने की
इंसान को अब इंसान से डर लगता है।।
सुप्रभात-
माँ के गहने तक बिक गए बच्चो की किस्मत बनाने में और किस्मत बाले बच्चे माँ का चश्मा न बना पाए सिर्फ पैसे बचाने में ।।
good morning-
अपनी हैसियत पर कभी घमंड न करना क्योंकि
उड़ान हमेशा जमीन से शुरू होकर जमीन पर ही
खत्म होती है ।।
good morning-
परिवार और समाज दोनों ही
बर्बाद होने लगते हैं जब
समझदार मौन और नासमझ
बोलने लगते हैं..।।
सुप्रभात-
आखिर सोचने वाली बात है की लड़कियों का असली घर है कहाँ मायके में कहा जाता है की लड़कियाँ पराया धन है और ससुराल में कहा जाता है की बेटियाँ पराये घर से है बेटे अपने माता पिता की जमीन का बटवारा करते है और बेटियाँ अपने माता पिता के दुःख का बंटवारा करती है और फिर भी चाहत बेटे की होती है।।
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एक झोपड़ी ने हमे तहज़ीब सिखाई की अंदर आओ तो
झुककर आना और कोठियों ने सबक सिखाया यहाँ कुत्तो से सावधान।।
good morning-
किसी भी पेड़ या पौधे पर फल फूल से ज्यादा पत्ते होते हैं फिर भी वो पेड़ पौधें फल फूल के नाम से पहचाना जाता हैं...
ठीक उसी तरह हमारे पास अच्छी बातें कितनी ही क्यो ना हो, पहचान तो हमारे कर्मो से ही होतीं हैं.
सुप्रभात
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समय गूंगा नहीं बस मौन है वक्त पर बताता है, किसका कौन है।
ताक़त और पैसा ज़िन्दगी के फल है।परिवार और मित्र जिन्दगी की जड़ हैं ।
सुप्रभात-
आज घरों के बाहर नीम के पेड़ नही है पर घरों के अंदर कड़वाहट बढ़ती जा रही है ।
जुबान पर मिठास का नामो निशान नही है और शरीर में शुगर बढ़ती जा रही है।।
good morning-
सड़क को बहुत गुरुर था अपने लंबे होने पर
गरीबी के हौसले ने उसे पैदल ही नाप दिया।।
भारत में मई के महीने को बहुत गुरुर था अपनी गर्मी पर लेकिन मजदूरों ने अपने बच्चो समेत अपना तन तपा डाला ।।
मजदूरो को गुमान था भारतीय होने पर सरकार ने यह गुमान तोड़ डाला।।
good morning-