फूल महुए से सूट ने क्या जादू किया।
देख तुझको धड़के है मोरा जिया।।
मोरा जिया हां जिया।
देख तुझको धड़के है मोरा जिया।
कान बालियां जैसे गेंदा की कली
कमर की लचक हो मधुवन गली
राग भैरवी बजे है जब भी देखूं तुझे
सार सौंदर्य का तुझको है रब ने दिया
देख तुझको धड़के है मोरा जिया....
मोरा जिया हां जिया..
नजर रूप से तेरे नही हटती मेरी
लट जब भी गिरे है रुखसार पे तेरी
शब्द बातों में रस है घुला इस कदर
जेसे आधारों से गुलकंद गुलाब पिया
देख तुझको धड़के है मोरा जिया
मोरा जिया हां मोरा जिया....
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मेरी ही जिंदगी के मंजर कम नही बदले
आए बहारों के मौसम लेकिन गम नही बदले
जब मिलोगी अगले जन्म में तब याद करना तुम
जन्म तो बदले हमारे मगर हम नही बदले
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गुलाबी होठ भीगा वदन चिपकती साड़ी
तुम उर्वशी - मेनका हो या हो अवतारी।।-
घर तेरे आ जाने से
समा आंगन की जगमग है।
खुशी छलकी है आंखों की
चाल पैरों की डगमग है।
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कलम का मजदूर हूं
हक नही अपनी इच्छा से पढ़ाने का
गुरु शिष्य का रिश्ता निभाने का
क्या पढ़ाना
कितना पढ़ाना
सब आदेशित होता है
अपनी इस मजबूरी पर कभी कभी दिल रोता है
कब हंसाऊं कब खिलाऊं
इसका भी निर्देशन है
फोटो वीडियो भेजते रहो
ये शिक्षा नही प्रदर्शन है
कावड़ यात्रा दुल्हन श्रंगार जन गणना
ये सब कुछ कर लेंगे
पढ़ाने की आजादी दे दो
हम आत्मसम्मान से भर लेंगे
हम आत्मसम्मान से भर लेंगे
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नयन से नयन का फिर मिलन हो गया,
सांस चंदन सी फिर भी दूर ही रही।
रूप खिल के होले होले चमन हो गया,
राग कंगन की फिर भी दूर ही रही।।
सुन के तेरी आवाज मन मगन हो गया,
बात नंदन की फिर भी दूर ही रही
तुम मिले बारिश हुई सर्द वदन हो गया,
आस वंदन की फिर भी दूर ही रही।
🥰❤️😍
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तू साथ है।
मेरे स्वर - शब्दों में तेरी ही बात है।।
जीत लेंगे जहां हम भी फलक तक।
अगर तेरे हाथ में मेरा ये हाथ है।।
🤗❤️🤝🥰-
तेरी सांसों का महकना गजब हो गया।
जुल्फ गालों पे लटकना गजब हो गया।।
यूं तो हर रोज देखते है तेरे चेहरे को हम।
आज आंखों का मटकना गजब हो गया।।
🥰💕🤗-
अरमानों को सेका है।
तितिलीयों का रंग चुराते
मेने तुझको देखा है।
तेरे छूने भर से
पत्थर सोना हो जाए।
तू इस दुनिया की
सुंदर स्वरूप सुलेखा है।।
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मै केसे बताऊं तुम्हे कैसी हो तुम
सितंबर की सर्द सुबह जेसी हो तुम
बदली,सजली, तितली क्या नाम दूं
मेरी समझ से परे ऐसी वैसी हो तुम
❤️🥰🌹-