जो मेरे कदमों की आहट के एहसास से पहचान लेती हैं,
वो अम्मी हैं...।-
10 NOV 2019 AT 20:49
कुछ ख़्वाब मेरी माँ ने देखे थे,
कुछ ख़्वाब हमने भी देखे थे।
माँ के ख़्वाब थे मेरे हर ख़्वाब पूरे हों,
और मेरे ख़्वाब थे मेरे माँ के हर ख़्वाब पूरे हो।
अब वो ख़्वाब बस ख़्वाब ही राह गए,
जिन ख़्वाब को पूरा करने का ख्वाब हमने देखे थे।-