उनसे मिलने की प्यास मुझे बहरना-पा खींच लायी,
जिनकी जिंदगी में मेरा मज़हब, उनके इश्क में गुनहगार था।-
6 APR 2021 AT 13:52
1 JUL 2022 AT 0:36
तुम्हारे धर्मपे आघातपे आघात हो रहा हे और
तुम साले Secular हिन्दु बनकर देख रहे हो
तुम हिन्दु नहि हलाला कि पैदाईस हो माधरचोद
जो अपने धर्मको खुदसे हि पैसोपे बेच रहे हो
कल कमलेश तिवारी आज कन्हैया लाल मरा
फिरभी तुम लोग भाईचाराका गाथा लेख रहे हो
वो हिन्दु बहिन बेटियोको लव जिहादमे फसाकर
धर्म परिवर्तन करा रहा हे तुम उसे हि समेट रहे हो
तुम्हारे पुर्वजोने तुमहे हिन्दु बनाए रखनेके लिए हि
बलिदान दिया और तुम खुद अपना धर्म मेट रहे हो
तुम उसको भाई केहते हो और वो काफिर केहके
तुमहे मार रहा हे और तुम उससे घरमे भेट रहे हो-