ठहरो ना थोड़ा और रुक जाओ ना,
दिल में हौसलों कि उड़ान अभी बाकी है,
हारे तो क्या हुआ ,
हार जीत की जंग अभी बाकी है,
दुखी क्यों हो सर्द की धूप के जाने से,
खोलो अपनी आंखें देखो बसंत अभी बाकी है,
हंस दो ना थोड़ा मुस्कुरा दो,
आओ उससे भी प्यारा सावन अभी बाकी है।
छूट गया जो उसके लिए क्यों रो रहे हो,
टूट गया जो उसे क्यों ढो रहे हो,
गिरे तो क्या हुआ उठो फिर से,
जवान हो, बाजुओं में दम अभी बाकी है,
जाने दो इस सर्द के धूप को,
जिन्दगी में काफी बसंत अभी बाकी है ।
बसंत अभी बाकी है....।।-
4 OCT 2020 AT 16:08