अक्सर मैं तेरे प्यार के नग़मे गुनगुनाता हूँ।
होंठ मुस्कुराते है जब चाय का कप उठाता हूँ....-
Of Amrita and Sahir
We are so much like Amrita and Sahir.
Spending hours with each other
without saying a word.
I finish the 15th cup of tea and you
smash the 15th half lit cigarette.
The room smells of ginger and smoke.
And the leftover tea leaves soak the
redness from the cigarette.
(Read in caption)-
तेरे इश्क़ में मुझे जीना है
तेरे होंठो से लगी चाय मुझे पीना है...|-
वो चाय कॆ लिये मना करता रहता है जनाब,
मैं कैसे उसे शादी कॆ लिये हाँ कर दू..!!-
हकीम साहब ने कहा है मर्ज़ फ़ैल चुका है l
लाज़िम है तुझे सुबह-शाम चाय मिले ll
حکیم صاحب نے کہا ہے مرض پھیل چکا ہے-
لازم ہے تجھے صبح شام چائے ملے--
वो चाय को मना कर रहा था
कॉफी में चलने की जिद कर रहा था
ऐसा लग रहा था कि जो वो है
नहीं वो बनने की कोशिश कर रहा था।-
अहसास अगर करना हो मौजूदगी का मेरी...
तो बस एक कप चाय बना लेना ।।-
तुमसे मेरा दिन खत्म होता है और चाय से शुरू,
तुम मे और चाय मे बस इतना फर्क है.. |-