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|| स्त्री की सहनशीलता की तुलना ||
|| धरणी से करना अनुचित तो नहीं ||
|| पति के तन की थकान और अपने मन का बोझ ||
|| सहन करती है वो भी मूक रह कर भली-भाँति..!! ||-
हे,कृष्ण विषम परिस्थिति में रण छोड़ कर रणछोड़ कहलाना आसान है,
कभी मेरी परिस्थिति में फँसोगे तब पूछूंगी तुमसे
कि अब कहो कान्हा ,रण छोड़ दूँ ?या रण चंडिका हो जाऊँ?✒️
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सहनशीलता भी अपने आप मे बहोत बड़ी पूंजी है।
बहोत कम ही लोगों के पास होती है।-
धरा सा धैर्य,
अंबर सी अवगाहना,,
नि:शब्दता की
गुणमयी सराहना,,
उतना मुझमें भी
भरना है,,,
तो......चलो आज
अंबर और धरा
तुम और मैं
कुछ काल के लिए
अपनी देह बदल लेते हैं
तुम मुझे जिओ
मैं तुम्हें,,,,,
सच्चा सुख है कि
सुखाभास...अनुभव करूँ
और तुम दोनों ही मुझे
परिमाण का परिणाम देना
परीक्षा के अंक की
प्रतीक्षा का प्रारंभ करती हूँ!!
18.8.2020-
बडो के प्रति मौन,
बच्चो के प्रति धीरज,
और बराबरी मे त्वरित,
यह जीवन का अनुभव है।-
मरुभूमि के
तरू में
विराग का फूल
धैर्य का फल.....
सुगन्धित
मीठा मीठा
(अनुशीर्षक में पढ़ें )-
अपने जब्त पे ही टिका मैं अब तलक,
कोई बता दे हमें के बिफरना कैसे है.-
निभा इंसानियत बिना ख़ुद को नज़रंदाज किए,
रब ने सहनशीलता हमें झुकने के लिए नहीं दी l-