यकीन तुरना जरूरी है ,
किए गलती का एहसास होता है ।
ये अपनों तक को नहीं छोड़ते,
नमक हरामि से रिश्ता इसका खास होता है ।
इसके बाप भी इन पर यकीन नहीं करते,
ये नालायक है उन्हें भी ऐसा आभास होता है।।-
आप 'लायक़' या 'नालायक़' नहीं होते हो।
'अभि' आप सफल या 'असफल' होते हो।-
वो खुद का वजूद खोकर,
किसी अपने का वजूद बनाने लगे हैं।
आज उस अपने ने,
यह कह ठूकरा दिया।
आप ने किया ही क्या मेरे लिए?-
ज़माना बदल गया
ये आज कल की नारा है,
माँ बाप चले वृध्दाश्रम
क्यों कि उनके ही घर से वो बेघर है ।-
बातों बातों में..
वो मुझे अक्सर नालायक
कह दिया करती थी..!
तब मैं समझ ही नहीं पाया
*मैं उसके लायक नहीं था*-
इक बात आजतक समझ नहीं आयी!!!
माँ का बेटा "राजा बेटा" क्यों होता है??
और बाप का बेटा "नालायक" क्यों ??-
मैं सौदा-ए-राफेल हूँ गर,
तो तुम हो उसमें घोटाला प्रिय।
नज़र नहीं आती कहीं तुम,
बस नाम है तेरा उछाला प्रिय।-
पापा!मैने हमेशा आपका मान रखा
आपकी बात रखी..आपने घर से निकाल
दिया..फिर भी आपको कुछ बनकर दिखाया
जब जिसकी मदद को बोला मैने की..
अपने पत्नी बच्चे पीछे रखे पहले अपने
बहिन भाई रखे ताकि आपको खुश कर सकूँ
आपका प्यार पा सकूँ फिर भी..आप मेरी
अवहेलना करते हो..फिर भी आपको अपने
उन बेटे और उनके परिवार की चिंता है..जो
न आपकी इज्ज़त करते हैं..और खानदान का
नाम भी खराब करते हैं अपनी हरकतों से..मेरे
जैसी सख्ती कभी उनके साथ क्यों नहीं की..
😢
बेटा!राम को बनवास मिलता है..दुर्योधन को नहीं
सोने को ही तपाया जाता है..कोयले को तपाओ
तो राखहो जाता है..और एक बात...
चिंता नालायकों की जाती है..लायकों पर तो
गर्व किया जाता है💖-
कुछ तो था उसके होठों पर
ना जाने क्यूं वो हमसे शरमाता था
एक दिन वो हंसा तब पता चला
नालायक तम्बाकू खाता था....😝😝-