मां तुम्हारे यहां खाना नहीं भाता...
(मेरे भाव अनुक्रमणिका में पढ़ें...)-
15 MAR 2019 AT 10:49
28 NOV 2021 AT 15:00
गरीब ही है जो सबको मदद का हाथ देता है
खुद भूखा रह कर,अपना खाना बाँट देता है-
28 DEC 2017 AT 22:10
फेंक रहे जो तुम खाना क्योंकि,
आज रोटी थोड़ी सूखी है ।
थोड़ी इज्ज़त से फेकना साहेब,
मेरी बेटी कल से भूखी है ।-
4 JUN 2020 AT 17:21
कई लोगो के पास खाना न होने से उसे मरते हुए मैने देखा है।
शादियों, पार्टियों और न जाने कहां कहां खाना बर्बाद होते भी मैने देखा है।।-
11 JAN 2020 AT 15:23
तू दिल से अगर है दानकर्त्ता
तो मेरा फ़क़ीर होना अच्छा रहेगा
तेरी माँ भले ही परोसती है अच्छा खाना
मगर तेरे हाथों से मुझे अच्छा रहेगा-