कोई पूछे तो हम बतलायेंगे, अपने उस इश्क़ के बारें, हम बताएंगे उन्हें कैसे हम मिले थे, कैसे हम करीब आये, कैसे हुआ फिर प्यार, सब कुछ हम बतलायेंगे, उस काल्पनिक इश्क़ के बारे में, कोई पूछे तो हम बतलायेंगे...
एक बार फिर से... तुम्हारा दीदार हुआ, खवाबों के उस शहर में, जहाँ सिर्फ हम मिलते है, खवाबों का वो शहर... और हमेशा की तरह तुम फिर से पास आये, कुछ यु मुस्कराए, और कर गये मदहोश हमें ।।