मोहब्बत की तपिश में हम जलते और पिघलते रहे प्यार की पहली बारिश का इंतजार हम करते रहे आज बारिश हुई हम पर ये उनका है रहमोकरम टूट गये सारे बंधन आज ना रही कोई शर्म - Shivi Sugandh
मोहब्बत की तपिश में हम जलते और पिघलते रहे प्यार की पहली बारिश का इंतजार हम करते रहे आज बारिश हुई हम पर ये उनका है रहमोकरम टूट गये सारे बंधन आज ना रही कोई शर्म
- Shivi Sugandh