ओर शायरी मेरी मर्यादा बन चूका हे ।उन शब्दों का भंवर में उलझा मेरा दिल ,धीरे धीरे गा रहा हे। -
ओर शायरी मेरी मर्यादा बन चूका हे ।उन शब्दों का भंवर में उलझा मेरा दिल ,धीरे धीरे गा रहा हे।
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