तेरी आँखों से ख़ुद ko देखा
Or एक नयी पहचान मिल गयी .....-
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#also_ in वक़्त_hai_गुजर_j... read more
और फिर एक दिन..
हम दोनों मिलेंगे पर पहले
वाली बात नहीं होगी ..
तुम मुस्कुरावोगे पर
वज़ह मैं नहीं होंगी ...
तुम आँखों मे देख सवाल करोगे
पर जवाब मे तुम्हें कोई और मिलेगा....-
तुम मेरे तो नहीं ,
इस बात से कोई तकलीफ़ v नहीं ...
माना सपने देखे ,
पर अपने से बड़े तो नहीं ...
थी हक़ीक़त से अंजान,
मैं तुम्हारे लिए अंजान तो नहीं !-
कहते h आने वाले पल मे डर होता h ...
की सब पीछे छुट जाएगा ...
पर एक बार आने वाले पल को ज़ीकर देखो ...
कुछ नही बदलता ...
आने वाला पल , बीत रहे पलो से जादा
अछा होता h ...
एक नए अंदाज मे सब नया होता h ..-
काश एक बार
तुम मेरी नज़रों से खुद को देखते ...
शायद तुम्हें तुम दिखते ...
ना होती कोई शिकायतें ...
ना कोई गम़ नज़र आते ....-
Dadi's Girl to Papa's independent girL ...
yes I'm grown up...
now, I can differentiate what's good for me & what's good for mY mental Health...
Who is For me & whom i want ...
yes, I'm grown Up ...
I can talk to u, like sily girl ...
but, gradually I'm a responsible one ...
Don't judge me too quickLy
I'm a Girl from modernized worLd ...
My sixth sense can analyse it...-
तेरी यादों me गोता लगा रहीं
ki कभी तो ये समझ पाऊ
ki चाह कर v मिल nhi सकती ...
तेरी यादों ko दिल मे जिंदा रख रखा h
कि एक बार ही सही गले to लगा जा ...
तेरे संग गुजारे एक ek पल समेट रखी hu
कि कहीं उन यादों के सहारे to तेरे क़रीब रहूँगी ....
माना कि aab तेरे मेरे दरमियान कुछ नहीं ... ना कभीं तू आ सकता...
or ना कभीं मैं मिल सकती ...-
to
सम्भाल lo खुद ko
जब दिल टूट जाए to
सवार lo खुद ko
जब दिल टूट जाए to
खुद मे समेट lo खुद ko ...
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