चंदा रे चंदा रे...
ऐसे तू न छिप रे...
चंदा रे चंदा रे...
ऐसे तू न छिप रे...
बाते करनी है कई...
आजा जरा मेरे सिरहाने...
चंदा रे चंदा रे...
ऐसे तू न छिप रे...
कोई न है मेरा अपना
तेरे अलावा.....
ओ चंदा...
साझी तू मेरी आंसुओ का
राज मेरे कितने ही तूझे पता...
रातों का मेरी तू है सखा...
जागा तू मेरी आंखो के संग सदा...
चंदा रे चंदा रे...
ऐसे तू न छिप रे...
मिला न तू कई दिनों से...
ऐसा भी क्या हुआ मुझसे...
छिप रहा है बादलो के पीछे..
करू मैं अब बाते दिल की किससे...
चंदा रे चंदा रे...
ऐसे तू न छिप रे...
दुनिया से अलग तेरा मेरा रिश्ता...
सखा मेरा तू ही फरिश्ता...
मुंह न मोड़ तू मुझसे..
करू दिल की बाते किससे...
चंदा रे चंदा रे...
ऐसे तू न छिप रे...
चंदा रे चंदा रे...
ऐसे तू न छिप रे...
बाते करनी है कई...
आजा जरा मेरे सिरहाने...
चंदा रे चंदा रे...
ऐसे तू न छिप रे...
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