मैं शरणागत, तुम हो रक्षक,
कृपा करो, हे माँ जगदम्बे ।
सबकी रक्षा करने वाली,
कृपा करो,हे माँ जगदम्बे ।
तुम ही अपर्णा, तुम ही अनंता ,
तुम ही पुस्तक धारिणी हो,
मनोकामना पूर्ण करती,
माँ तुम सिद्धिदात्री हो ।

- Savita