धरती सुनहरी अंबर नीला
उस बीच ये दुनिया का झमेला
इस झमेले का तू भी एक हिस्सा है
सबकी कोई कहानी कोई किस्सा है
लोग कहते है आ गया है कलजुग
सबका अपना नजरिया सबका अपना अपना है लुक
सब भाग रहे हैं दौड़ मे कुछ न कुछ पाने कि होड मे
तबियत गई है पिछे छूट...बस धन पाने कि लगी है लूट
तरक्की के साथ साथ तकदीर भी बदली
तकदीर के साथ तस्वीर भी बदली
पहले बात होती थी जुबानी
अब उंगलियां रचने लगी हैं कहानी
जिसको देखो वो मोबाइल लेकर बैठा है
दुनिया को अपना और अपनों को पराया कर बैठा है
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20 JUL 2019 AT 15:34