मैं सब कुछ हार चुका हूँ, सब कुछ खो चुका हूँ।
अब तो हर तरफ बस अँधेरा ही दिखता है।
तेरा चेहरा मुझे हर चेहरे पर नज़र आता है।
तेरी आवाज़ मुझे हर वक़्त सुनाई देती है।
मेरे दोस्त मेरे को इस अंधेरे से निकाल तो लेते है।
लेकिन वो सिर्फ मेरे जिस्म को लाते है,
मेरी रूह, मेरी आत्मा तो अभी भी वही पर है,
जो सिर्फ तेरा इंतज़ार कर रही है।- Siddharth Raj Singh
26 JUL 2018 AT 0:08