Stop thinking too much.
It's alright not to know the answers..
They'll come to u..
When u least expect it..💕-
चलो जाओ भी अब रह लेंगे
पर सच कहो मजबूरी है क्या,
मुझे ये कहानी थोड़ी और लिखनी थी,
तुम्हारे हिसाब से पूरी है क्या? 💕-
नजर लगती है हर खूबसूरत चीज को,
काला धागा बांध दे कोई मेरे इश्क़ को..!! 💕-
जितने अपने थे सब पराये थे,
हम हवा को गले लगाए थे,
जितनी कश्मे थी वो सब थी शर्मिंदा,
जितने वादे थे सर झुकाए थे,
जितने आंसू थे सब थे बेगाने,
जितने मेहमान थे बिन बुलाए थे,
सब किताबे पढ़ी पढ़ाई थी,
सारे किस्से सुने सुनाए थे,
एक बंजर ज़मीन के सीने में,
मैंने कुछ आसमान उगाए थे,
हांसिए पर खड़े हुए है हम,
हमने खुद हासिए बनाए थे,
मै अकेली उदास बैठी थी,
शाम ने कहकहे लगाए थे,
है ग़लत किसी को कुछ भी कहना,
हम कहां के धुले धुलाए थे,
आज कांटो भरा मुकद्दर है,
हमने गुल भी खूब खिलाए थे..!!
💔💕
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भुला कर जो चेहरा दुल्हन मंडप पर बैठती है,
अन्तिम फेरे में वो चेहरा याद ज़रूर आता है..!! 💕-
क्या हार में
क्या जीत में,
किंचित नहीं,
भयभीत मै,
संघर्ष पथ पर जो मिले,
ये भी सही वो भी सही,
'वरदान' मांगूंगी नहीं..!! ✨-